रामपुर: बसपा के पूर्व लोकसभा प्रत्याशी ज़ीशान खान ने देश में मुस्लिम समुदाय के खिलाफ भेदभाव का आरोप लगाते हुए राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग में एक याचिका दर्ज कराई है। इस याचिका में उन्होंने आरोप लगाया है कि एक व्यक्ति रामगिरि महाराज ने पैगंबर मोहम्मद पर अभद्र टिप्पणी की है, जिससे मुस्लिम समाज में आक्रोश है। 🛑
ज़ीशान खान ने याचिका में बताया कि इस्लाम धर्म में पैगंबर मोहम्मद की कोई तस्वीर या मूर्ति नहीं बनाई जाती है, क्योंकि इसे उनका अपमान माना जाता है। उन्होंने आरोप लगाया कि देश में कुछ फ़िरक़ा परस्त ताकतें मुस्लिम समाज के खिलाफ नफरत का माहौल बनाने की कोशिश कर रही हैं, जो देश की एकता और अखंडता को खतरे में डाल रही है। 🔥
ज़ीशान ने कहा कि मध्यप्रदेश के छत्तरपुर जिले में जब मुस्लिम समुदाय ने पैगंबर मोहम्मद पर अभद्र टिप्पणी के खिलाफ लोकतांत्रिक तरीके से कार्यवाही की मांग की, तो उनके खिलाफ ही पुलिस द्वारा आगज़नी और तोड़फोड़ कराई गई। बाद में उनके घरों पर बुलडोज़र चलाकर उन्हें धराशायी कर दिया गया। इसके चलते मुस्लिम समुदाय अब अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रहा है। 🏚️
उन्होंने आरोप लगाया कि इस तरह की संगीन घटनाएं पूरे देश में फैल रही हैं, और अगर इन पर अंकुश नहीं लगाया गया तो स्थिति और भी बिगड़ सकती है। याचिका में गृह मंत्रालय को भी पार्टी बनाया गया है। 🇮🇳
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**FAQs:**
1. **What was the primary reason behind Zeeshan Khan's petition to the National Human Rights Commission?**
- Zeeshan Khan filed a petition alleging discrimination against the Muslim community and accused certain groups of inciting communal tensions.
2. **How did Zeeshan Khan describe the current situation of the Muslim community in India?**
- Zeeshan Khan stated that the Muslim community feels unsafe and targeted, especially after incidents like the one in Madhya Pradesh where their protests led to violence and demolitions.
**Poll:**
Do you believe the concerns raised by Zeeshan Khan in his petition are justified?
- Yes, these are serious issues that need attention.
- No, the situation is not as severe as presented.
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