आयुष विभाग में प्रांतीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी चिकित्सा सेवा संघ उत्तर प्रदेश के दो बर्षीय चुनाव मिलक तहसील क्षेत्र के गुलड़िया के आयुर्वेदिक चिकित्सालय में तैनात डॉ मीनाक्षी आर्य ने अपने प्रतिद्वंद्वी को करारी शिकस्त देते हुए उपाध्यक्ष पद पर कब्जा जमा लिया। उक्त पद के लिए लखनऊ में बीते शुक्रवार व शनिवार को मतदान हुआ था।जिसमे पूरे प्रदेश के आयुर्वेदिक एंव यूनानी चिकित्सा संघ के कुल 1067 डॉक्टरों ने भाग लिया था। मतदान के बाद देर शाम आये चुनाव परिणाम में डॉक्टर मीनाक्षी आर्य ने 714 मत हासिल कर डॉ कृष्णा साहनी को 362 मतों से हराकर उपाध्यक्ष पद का अपने नाम कर लिया। संबोधन में उन्होंने कहा कि संघ के लोग ईमानदारी के साथ रोगियों की सेवा करने में अपना अहम योगदान निभाने में बिल्कुल भी पीछे न रहें। संघ के किसी भी सदस्य का उत्पीड़न किसी भी दशा में वर्दाश्त नहीं किया जाएगा। समस्याएं होने पर विभाग के मंत्रालय को अवगत कराकर समाधान करवाया जाएगा। आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति प्राचीन काल की पद्धति है। इस पद्धति से पूर्व किसी अन्य पद्धति से इलाज संभव नहीं था। विज्ञान के तेजी से बढ़ते कदम के आगे आयुर्वेद पद्धति बिलुप्त होने की कगार पर थी। आयुर्वेद से बीमारियां जड़ से खत्म होती हैं और कोई दुष्प्रभाव भी नहीं होता। इन सभी पहलुओं के देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एंव मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आयुर्वेदिक पद्धति को पुनर्जीवित किया। आयुर्वेदिक अस्पतालों को कायाकल्प कर रोगियों के लिए सुविधाएं बढ़ाई। वर्तमान में बड़ी संख्या में रोगियों का ध्यान आयुर्वेद चिकित्सा की ओर खींच रहा है। इसके बाद मुख्यालय पर उपस्थित जनसमूह ने फूल मालाएं पहनाकर उनका भव्य स्वागत किया। ज्ञात हो कि नवनिर्वाचित प्रदेश उपाध्यक्ष के पति डॉ मनोज आर्य मिलक के नवदिया गांव में स्थित आयुर्वेदिक चिकित्सालय के चिकित्साधीक्षक हैं।
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