Rampur News : प्रशासन ने दी अनुमति तो दलित समाज गांव से करेगा पलायन, गोली लगने से सुमेश की हुई थी हत्या

सिलई बड़ा गांव एक बार फिर राजनीतिक आग में झुलसता दिखाई दे रहा है। गांव के दो समुदाय फिर टकराव की स्थिति में आ गए हैं। गाँव मे होने बाले श्रीकृष्ण लीला कार्यक्रम के आयोजन पर रोक लगाने की ग्रामीणों ने प्रशासन से गुहार लगाई है। वहीं प्रशासन कार्यक्रम की अनुमति को लेकर असमंजस में है। प्रशासन द्वारा अनुमति देने पर ग्रामीणों ने राज्यमंत्री को काले झंडे दिखाने व गांव से पलायन करने की चेतावनी दी है। बीती 28 फरवरी को गांव में स्थित अम्बेडकर पार्क को लेकर भारी बवाल हुआ था।जिसमे गांव निवासी सुमेश की गोली लगने से हत्या हो गयी थी तथा दो अन्य युवक घायल हो गए थे। घटना से दलित समाज मे आक्रोश फैल गया था। भीम आर्मी व अन्य दलित संगठनों ने विभिन्न मांगों को लेकर 1 मार्च को विरोध प्रदर्शन किया था प्रशासन द्वारा मांगे माने जाने के बाद सुमेश का अंतिम संस्कार किया गया था। इस दौरान प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए गए थे। प्रशासन द्वारा किसी भी मांग को पूरा न किये जाने पर आज भी गांव के दलित समाज मे रोष व्यापत है। गांव की दलित बस्ती में स्थित खाली मैदान में प्रत्येक बर्ष श्रीकृष्ण लीला का आयोजन किया जाता है जिसमें बार बालाओं द्वारा अश्लील नृत्य का आयोजन भी किया जाता है। इस बर्ष भी कमेटी ने श्रीकृष्ण लीला आयोजन हेतु प्रशासन से अनुमति के लिए आवेदन किया है। आवेदन के उपरांत दलित समाज के लोगों ने आयोजन पर आपत्ति जता दी। सोमवार को जिलाधिकारी को दिए शिकायती पत्र में बताया गया कि पूर्व में श्रीकृष्ण लीला के नाम से ली गयी अनुमति के स्थान पर गाँव के असामाजिक तत्व बार बालाओं का नृत्य करवाते हैं जिससे उनके बच्चों व महिलाओं पर दुष्प्रभाव पड़ता है। बीते फरवरी माह में दो समुदायों के टकराव से दलित समाज के सुमेश की जान चली गयी। कार्यक्रम का आयोजन करवाने बाले सांप्रदायिक दंगों को बढ़ावा देने वाले लोग हैं। अवगत कराया कि यदि उनकी बस्ती में कार्यक्रम का आयोजन कराया गया तो गांव में एक बार फिर दंगा भड़क सकता है। इसलिए गांव में शांति का माहौल बनाये रखने के लिए कार्यक्रम की अनुमति न दी जाए। बुधवार को डीएम के निर्देश पर एसडीएम राजेश कुमार व सीओ आरएस परिहार ने कार्यक्रम स्थल का जायजा लिया तथा दोनों पक्षों से वार्तालाप की। दलित समुदाय ने अपनी बस्ती में कार्यक्रम न कराए जाने की गुहार लगाई। अधिकारियों द्वारा कार्यक्रम कराए जाने का दबाब बनाया गया तो दलित समाज मे आक्रोश फैल गया। उन्होंने दो टूक कहा कि राज्यमंत्री के दवाब में आकर प्रशासन द्वारा कार्यक्रम की अनुमति दी जा रही है। अनुमति देकर गांव में दंगा भड़काने की साजिस रची जा रही है। यदि प्रशासन द्वारा कार्यक्रम की अनुमति दी गयी और राज्यमंत्री द्वारा 6 सितम्बर को कार्यक्रम का फीता काटा गया तो दलित समाज राज्यमंत्री को काले झंडे दिखाएंगे और दलित समाज गांव से पलायन करने को मजबूर रहेगा। एसडीएम राजेश कुमार ने बताया कि गांव में श्रीकृष्ण लीला का आयोजन बर्षों से कराया जाता रहा है। दलित समाज द्वारा कार्यक्रम को लेकर आपत्ति जताई गई है। गांव में शांति व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए ही कार्यक्रम की अनुमति प्रदान की जाएगी। फिलहाल कार्यक्रम आयोजन की अनुमति प्रदान नहीं की गई है।


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