रामपुर में रेलवे सुरक्षा बल और एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट (AHTU) के बीच समन्वय गोष्ठी आयोजित की गई। इस बैठक में चाइल्ड ट्रैफिकिंग, ह्यूमन ट्रैफिकिंग, बाल श्रम, भिक्षावृत्ति और बच्चों में नशे की लत जैसे गंभीर मुद्दों पर चर्चा की गई। 🚸 दोनों टीमों के बीच आपसी सहयोग को और मजबूत करने पर भी जोर दिया गया। 🛡️
AHTU की टीम, जिसमें अमित कुमार, पारूल चौधरी और राखी शामिल थे, ने रेलवे सुरक्षा बल के साथ मिलकर जागरूकता अभियान शुरू किया। यह अभियान रामपुर रेलवे स्टेशन और गाड़ी संख्या 15128 में यात्रियों को चाइल्ड ट्रैफिकिंग, नशा और भिक्षावृत्ति के खिलाफ जागरूक करने के लिए आयोजित किया गया। 🚂 यात्रियों को इन समस्याओं के खिलाफ जागरूक करने के लिए बैनर दिखाए गए और उन्हें सहायता के लिए सही जानकारी दी गई। 📢
गोष्ठी के दौरान एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग और बाल श्रम के मुद्दों पर जोर दिया गया, जिसमें यह सुनिश्चित किया गया कि रामपुर रेलवे स्टेशन पर आने-जाने वाले बच्चों की सुरक्षा के लिए विशेष कदम उठाए जाएंगे। 👶 इस दौरान यात्रियों ने भी अभियान की सराहना की और इसमें सक्रिय रूप से भाग लिया। 🙌
AHTU और रेलवे सुरक्षा बल ने यह भी सुनिश्चित किया कि इस प्रकार के जागरूकता कार्यक्रम नियमित रूप से चलते रहेंगे ताकि चाइल्ड ट्रैफिकिंग और अन्य अपराधों को रोका जा सके। 🛑 इसके साथ ही, बाल रेस्क्यू ऑपरेशन और भिक्षावृत्ति के खिलाफ भी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। 🚸
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**FAQs:**
1. **What was the main focus of the awareness campaign at Rampur Railway Station?**
The main focus was to raise awareness about child trafficking, human trafficking, and preventing issues like child labor and drug addiction among children.
2. **How was the awareness campaign conducted?**
The campaign was conducted by showing banners to passengers, discussing child safety, and coordinating with Railway Protection Force to prevent child trafficking and related crimes.
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**Poll:**
**Do you think awareness campaigns like this should be held regularly at all railway stations?**
1. Yes, it will help reduce child trafficking.
2. No, it may not be enough to prevent such issues.
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