**रामपुर।** आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष और सांसद **चंद्रशेखर आजाद** ने रामपुर में **आजम खान** के घर जाकर उनकी पत्नी **तंज़ीन फातिमा** से मुलाकात की। यह मुलाकात 2027 के यूपी चुनाव की तैयारियों के मद्देनजर अहम मानी जा रही है। इससे पहले चंद्रशेखर ने हरदोई जेल में बंद **अब्दुल्ला आजम** से भी मुलाकात की थी। 🔥
**मुलाकात के सियासी मायने:**
चंद्रशेखर की इन मुलाकातों को दलित-मुस्लिम गठजोड़ की नई रणनीति के रूप में देखा जा रहा है। राजनीतिक विशेषज्ञ मानते हैं कि यह कदम समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष **अखिलेश यादव** के लिए एक नई चुनौती हो सकता है। यूपी में दलित और मुस्लिम वोटबैंक को साधने की कोशिशें तेज होती दिख रही हैं।
**चुनाव की तैयारियां:**
2027 के विधानसभा चुनाव में आजाद समाज पार्टी यूपी की राजनीति में बड़ा खेल बदलने की कोशिश में है। चंद्रशेखर की इस मुलाकात ने क्षेत्रीय राजनीति में हलचल मचा दी है। 🤝
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### **FAQs:**
**1. Why did Chandrashekhar Azad meet Azam Khan's family?**
Chandrashekhar's visit is being seen as a strategic move to strengthen the Dalit-Muslim alliance for the 2027 UP elections.
**2. How could this affect Akhilesh Yadav?**
This move might create political challenges for Akhilesh Yadav, as it could shift a significant portion of the Muslim vote bank.
### **पोल:**
**क्या दलित-मुस्लिम गठबंधन यूपी में सियासत बदल सकता है?**
1. हां ✅
2. नहीं ❌
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