रामपुर के थाना मिलक क्षेत्र में हुई एक हृदयविदारक घटना ने पूरे क्षेत्र को शोकाकुल कर दिया है। नगर के मेहंदी नगर में घर के बाहर खेल रही दो मासूम बच्चियां, 4 वर्षीय पीहू और 2 वर्षीय जानवी, खेलते-खेलते पास की रेल पटरी पर जा पहुंचीं। इसी दौरान वहां से गुजर रही अमृतसर जनसाधारण एक्सप्रेस ट्रेन ने दोनों बच्चियों को अपनी चपेट में ले लिया, जिससे उनकी मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई।
घटना का विवरण
यह दुखद घटना खंबा नंबर 1350/17 के पास हुई। पीहू और जानवी अपने घर के बाहर अन्य बच्चों के साथ खेल रही थीं। खेलते-खेलते वे अनजाने में पास की रेल पटरी पर पहुंच गईं। अमृतसर जनसाधारण एक्सप्रेस उसी समय वहां से गुजर रही थी। ट्रेन की गति तेज होने के कारण बच्चियां पटरी से हट नहीं सकीं और ट्रेन की चपेट में आ गईं। इस हादसे में दोनों बच्चियों की मौके पर ही मौत हो गई।
परिवार का दर्द
घटना की जानकारी मिलते ही पीहू और जानवी के परिवार में कोहराम मच गया। बच्चियों के पिता देव कुमार ने बताया कि दोनों बच्चियां खेलते-खेलते पटरी पर चली गईं, जहां इस दर्दनाक हादसे ने उनकी जिंदगी छीन ली। देव कुमार और उनके परिवार का दुख शब्दों में बयान नहीं किया जा सकता। पूरे परिवार पर इस हादसे का गहरा सदमा लगा है। परिवार के सदस्य इस शोक को सहन नहीं कर पा रहे हैं, और पूरा गांव उनके साथ इस दुख की घड़ी में खड़ा है।
सूचना और पुलिस की कार्यवाही
गेटमैन ने तुरंत इस हादसे की सूचना स्टेशन मास्टर को दी, जिसके बाद जीआरपी (गवर्नमेंट रेलवे पुलिस) और स्थानीय कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने घटनास्थल का मुआयना किया और परिजनों से बातचीत की। इस दर्दनाक हादसे के बाद गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है। पुलिस ने अपनी प्रक्रिया पूरी कर ली है, लेकिन परिजनों ने बच्चियों का पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर दिया। उनका कहना है कि वे इस घटना के बाद बच्चियों के शवों को किसी तरह की प्रक्रिया से नहीं गुजरने देना चाहते।
गांव में शोक की लहर
इस घटना ने पूरे गांव को हिला कर रख दिया है। मेहंदी नगर में हर व्यक्ति स्तब्ध है और इस हादसे की खबर सुनकर गहरे शोक में है। लोग परिवार को सांत्वना देने और उनकी सहायता करने के लिए आगे आ रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि इस घटना ने उन्हें झकझोर कर रख दिया है। बच्चों की मासूमियत और उनकी इस तरह की मृत्यु ने सभी को सोचने पर मजबूर कर दिया है।
सुरक्षा के मुद्दे
इस घटना ने रेलवे पटरियों के आसपास रहने वाले लोगों, खासकर बच्चों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। गांववालों का कहना है कि रेलवे पटरियों के पास बच्चों के खेलने पर रोक लगनी चाहिए और माता-पिता को भी सतर्क रहना चाहिए। इसके अलावा, रेलवे विभाग से भी मांग की जा रही है कि वह पटरियों के पास सुरक्षा के उपाय करे ताकि ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
परिवार की स्थिति
परिवार की आर्थिक स्थिति भी इस घटना से प्रभावित हुई है। देव कुमार एक साधारण मजदूर हैं और उनकी दो बच्चियों की इस दुखद मृत्यु ने उन्हें मानसिक और भावनात्मक रूप से तोड़ दिया है। परिवार को अब न केवल इस हादसे से उबरने की जरूरत है, बल्कि उन्हें अपनी आर्थिक स्थिति को भी सुधारने के लिए मदद की आवश्यकता होगी। गांव के लोग और स्थानीय प्रशासन परिवार की सहायता के लिए कदम उठा रहे हैं, लेकिन यह मदद उनके दुख को कम करने में नाकाफी साबित हो रही है।
समाज की प्रतिक्रिया
घटना के बाद से स्थानीय समाज में भी इस पर गहरी चिंता व्यक्त की जा रही है। कई लोग रेलवे प्रशासन से इस मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके। इसके साथ ही, बच्चों की सुरक्षा को लेकर भी समाज में जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता महसूस की जा रही है। लोगों का कहना है कि बच्चों के खेल के दौरान उनके माता-पिता और अभिभावकों को अधिक सतर्क रहने की जरूरत है।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
घटना के बाद प्रशासन ने भी अपनी संवेदनाएं व्यक्त की हैं। स्थानीय विधायक और अन्य प्रशासनिक अधिकारी परिवार से मिलने पहुंचे और उन्हें हर संभव सहायता का आश्वासन दिया। प्रशासन ने यह भी कहा है कि रेलवे पटरियों के पास सुरक्षा के उपाय बढ़ाए जाएंगे और लोगों को जागरूक करने के लिए अभियान चलाए जाएंगे ताकि ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
निष्कर्ष
यह घटना न केवल पीहू और जानवी के परिवार के लिए, बल्कि पूरे मेहंदी नगर के लिए एक बड़ा आघात है। इस दुखद हादसे ने बच्चों की सुरक्षा को लेकर कई गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। प्रशासन और समाज दोनों को मिलकर ऐसे कदम उठाने होंगे जिससे भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
बच्चों की मासूमियत और उनकी इस तरह की मृत्यु ने सभी को गहरे शोक में डाल दिया है। अब जरूरत है कि हम सभी मिलकर उनके परिवार को इस दुख की घड़ी में सहारा दें और सुनिश्चित करें कि हमारे आसपास के बच्चे सुरक्षित रहें। प्रशासन को भी चाहिए कि वह इस घटना से सबक ले और रेलवे पटरियों के आसपास सुरक्षा के पर्याप्त उपाय करे।
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