📢 Rampur News: CBSE स्कूलों की बढ़ती फीस और कोर्स बदलाव के खिलाफ व्यापार मंडल का प्रदर्शन 🔥📚


आज उद्योग व्यापार प्रतिनिधिमंडल के पदाधिकारियों ने कचहरी तक वाहन जुलूस निकालकर कलेक्ट्रेट में जोरदार नारेबाजी की और राष्ट्रीय अध्यक्ष संदीप अग्रवाल सोनी के नेतृत्व में स्कूलों की बढ़ती फीस और हर साल कोर्स बदलाव के मुद्दे पर प्रशासन को घेरा। 🚸📢

➡️ स्कूलों की फीस और कोर्स बदलाव बना अभिभावकों के लिए समस्या 😓📖

🔹 CBSE बोर्ड के स्कूलों की फीस हर साल बढ़ रही है, जिससे मध्यम और गरीब परिवारों पर भारी आर्थिक बोझ पड़ रहा है।
🔹 हर साल नया सिलेबस लागू होने से अभिभावकों को नई किताबें खरीदनी पड़ती हैं, जिससे पुरानी किताबें बेकार हो जाती हैं। 📚🚮
🔹 लगातार बढ़ती फीस और कोर्स में बदलाव के कारण अभिभावक मानसिक तनाव में हैं और कई परिवारों के लिए समय पर फीस भरना असंभव हो गया है

➡️ व्यापार मंडल ने दी चेतावनी ⚠️

🔹 संगठन ने इसे गंभीर समस्या बताते हुए प्रशासन से त्वरित समाधान की मांग की
🔹 राष्ट्रीय अध्यक्ष संदीप अग्रवाल सोनी ने कहा कि छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ बंद होना चाहिए और इस मामले में जल्द निर्णय लिया जाए
🔹 इस प्रदर्शन में जिला अध्यक्ष राजीव शर्मा, युवा जिला अध्यक्ष अरविंद गुप्ता, नगर अध्यक्ष महफूज हुसैन, युवा नगर अध्यक्ष पुलकित अग्रवाल, पप्पू खान (प्रदेश मंत्री), मंडल अध्यक्ष अब्दुल बासिक, शिबू खान, नीरज गर्ग, बाबू खान, कन्हैयालाल पटवा, सलीम अहमद, प्रवीण गुर्जर सहित कई पदाधिकारी मौजूद रहे। ✊🎤

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FAQs

1. What was the main demand of the protest by the Udyog Vyapar Mandal?
🔹 The protestors demanded that CBSE school fees should not increase every year, and the syllabus should not change annually, as it puts financial pressure on parents.

2. How is the annual syllabus change affecting parents?
🔹 Every year, parents are forced to buy new books, making old books useless and increasing their financial burden. This has led to mental stress and financial difficulties for middle-class and poor families.

📊 Poll:
क्या CBSE स्कूलों को हर साल सिलेबस बदलना बंद कर देना चाहिए?
✅ हां
❌ नहीं

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