रामपुर। बेसिक शिक्षा विभाग के समेकित शिक्षा योजना के तहत परिषदीय प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों के नोडल शिक्षकों का पांच दिवसीय प्रशिक्षण ब्लॉक संसाधन केंद्र, खौद में संपन्न हुआ। यह प्रशिक्षण 18 फरवरी 2025 से 22 फरवरी 2025 तक आयोजित किया गया था।
समापन समारोह में खंड शिक्षा अधिकारी सैदनगर मदन लाल वर्मा ने कहा कि यह प्रशिक्षण समावेशी शिक्षा को बढ़ावा देने में सहायक होगा। इससे प्रशिक्षित शिक्षक दिव्यांग बच्चों को शिक्षा और दीक्षा देने में अधिक सक्षम होंगे। 🎯📖
एस.सी./एस.टी. बेसिक टीचर्स वेलफेयर एसोसिएशन, रामपुर के जिलाध्यक्ष राम बहादुर गौतम ने कहा कि दिव्यांग बच्चों को शिक्षित कर मुख्यधारा से जोड़ना हमारा कर्तव्य है।
प्रशिक्षकों विजय प्रताप मिश्र, लक्ष्मण प्रसाद और नरेंद्र सिंह ने बताया कि दिव्यांगता के 21 प्रकार होते हैं। दृष्टिहीन बच्चों को ब्रेल लिपि, और मूक-बधिर बच्चों को संकेत माध्यम से पढ़ाया जाता है। इस अवसर पर बीर सिंह, दीपक, मेघाकांत मिश्रा, प्रवेश कुमार चंचल, रमेशपाल सिंह, रूप सिंह, इदरीश अहमद, वदीउज्जमा, किरण, अर्चना रानी, अंजलि त्यागी, पूनम समेत कई शिक्षक उपस्थित रहे। 🎓✨
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❓FAQs:
1. इस पांच दिवसीय प्रशिक्षण का उद्देश्य क्या था?
👉 इस प्रशिक्षण का उद्देश्य नोडल शिक्षकों को दिव्यांग बच्चों की शिक्षा के लिए विशेष तकनीक और विधियों से प्रशिक्षित करना था।
2. दिव्यांग बच्चों को शिक्षित करने के लिए कौन-कौन से माध्यम उपयोग किए जाते हैं?
👉 दृष्टिहीन बच्चों को ब्रेल लिपि, और मूक-बधिर बच्चों को संकेत भाषा के माध्यम से पढ़ाया जाता है।
📊 आपकी राय महत्वपूर्ण है!
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