रामपुर में ड्यूटी से परेशान पुलिसकर्मी डिप्रेस्ड हो रहे हैं। तनाव के चलते दो पुलिसकर्मी सरकारी शस्त्रों से गोली मारकर आत्महत्या कर चुके हैं। मिलक कोतवाली परिसर में स्थित महिला परामर्श केंद्र में तैनात सिपाही भी सीनियर की मनमानी से परेशान है। वह तनावग्रस्त हो चुका है। अब वह आत्महत्या की बात करता है। परामर्श केंद्र में तैनात सिपाही सुनील कुमार ने आंसू छलकाते हुए बताया कि बर्ष 2018 में जब वह बदांयू जिले के बाजीरगंज थाने में तैनात थे तब उनका एक्सीडेंट हो गया था। जिसमें उनका लीवर 75 प्रतिशत से ज्यादा खराब हो गया था। बचने की कोई उम्मीद नहीं थी लेकिन देश के नामी ग्रामी अस्पतालों में इलाज के चलते उनकी जान तो बच गयी लेकिन डॉक्टरों ने ज्यादा से ज्यादा आराम व खानपान में विशेष सावधानियां बरतने की सलाह दी थी। वर्तमान में उनका दिल्ली से होम्योपैथिक पद्धति से इलाज चल रहा है। चार चार घण्टे के अंतराल से दवाइयों का सेवन करते हैं। आरोप है कि उनकी परामर्श केंद्र प्रभारी अनावश्यक रूप से उन्हें तंग करती हैं। जानबूझकर उनकी ज्यादा से ज्यादा समय के लिए ड्यूटी लगाई जाती है। जिस कारण वह पर्याप्त आराम व समय पर दवाइयों का सेवन नहीं कर पाते हैं। जिस कारण उनकी तवियत बिगड़ती जा रही है। अब वह पूरी तरह से तनावपूर्ण स्थिति में है। तनावपूर्ण जिंदगी के कारण उनके मन मे बार बार आत्महत्या के बिचार आते रहते हैं। असमय ड्यूटी और बीमारी के चलते आत्महत्या ही उनका आखरी विकल्प है।
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